Sawan Somvar : सावन का महीना हिंदू धर्म में विशेष महत्व रखता है। यह महीना भगवान शिव की भक्ति और आराधना के लिए उत्तम माना जाता है। सावन सोमवार को विशेष रूप से शिव भक्तों द्वारा भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए व्रत और पूजन किया जाता है। इस दिन व्रत रखने और शिवलिंग पर जल अर्पित करने से विशेष फल की प्राप्ति होती है।
पूजन विधि
सावन सोमवार की पूजा विधि सरल और प्रभावी है। इस पूजा में निम्नलिखित सामग्री की आवश्यकता होती है:
- जल, दूध, शहद, दही, घी
- बिल्व पत्र, धतूरा, आक, चावल
- चंदन, रोली, मौली, धूप, दीप
- फल, मिठाई, नारियल
पूजन की प्रक्रिया:
- स्नान और शुद्धिकरण: सबसे पहले स्नान कर के शुद्ध वस्त्र धारण करें।
- मंत्र जाप: पूजा स्थल पर पहुंचकर ‘ॐ नमः शिवाय’ मंत्र का जाप करते हुए भगवान शिव का ध्यान करें।
- कलश स्थापना: तांबे या पीतल के कलश में जल भरकर उसमें आम के पत्ते और नारियल रखें।
- शिवलिंग का अभिषेक: शिवलिंग पर जल, दूध, दही, घी, शहद और गंगा जल अर्पित करें।
- बिल्व पत्र अर्पण: शिवलिंग पर तीन पत्तियों वाला बिल्व पत्र अर्पित करें, जिससे भगवान शिव अत्यंत प्रसन्न होते हैं।
- धूप और दीपक: धूप, दीपक जलाकर शिवलिंग की आरती करें।
- प्रसाद वितरण: पूजा के बाद फल और मिठाई का प्रसाद वितरित करें।
मुहूर्त
सावन सोमवार के दिन पूजा का मुहूर्त महत्वपूर्ण है। पूजा का शुभ मुहूर्त निम्नलिखित है:
- प्रातः काल: ब्रह्म मुहूर्त (4:00 से 6:00 बजे तक)
- दोपहर काल: 12:00 बजे के आसपास
- शाम काल: सूर्यास्त के समय
विशेष ध्यान रखें कि भगवान शिव की पूजा सदा शुभ मुहूर्त में ही की जाए जिससे पूजा का पूर्ण फल प्राप्त हो सके।
सावधानियां
सावन सोमवार की पूजा करते समय कुछ विशेष सावधानियों का पालन करना चाहिए:
- शुद्धता का ध्यान: पूजा करते समय शुद्धता का विशेष ध्यान रखें। अशुद्ध वस्त्र या स्थान पर पूजा न करें।
- बिल्व पत्र का उपयोग: बिल्व पत्र पर पहले से कट या फटे हुए पत्र का उपयोग न करें।
- मंत्र उच्चारण: मंत्र का उच्चारण सही तरीके से और स्पष्ट रूप से करें।
- शराब और मांसाहार: सावन सोमवार के व्रत के दौरान शराब और मांसाहार से दूर रहें।
नियम
सावन सोमवार की पूजा के कुछ नियम भी होते हैं जिनका पालन करना आवश्यक है:
- व्रत का पालन: सावन सोमवार के दिन व्रत का पालन करें। पूरे दिन निराहार या फलाहार पर रहें।
- जल अर्पण: शिवलिंग पर जल अर्पित करें और ‘ॐ नमः शिवाय’ का जाप करें।
- सात्विक आहार: व्रत के दिन केवल सात्विक आहार का सेवन करें।
- मौन व्रत: यदि संभव हो तो मौन व्रत का पालन करें। इससे मानसिक शांति और एकाग्रता प्राप्त होती है।
- शिव कथा का श्रवण: सावन सोमवार के दिन शिव पुराण या शिव कथा का श्रवण करें।
सावन सोमवार भगवान शिव की उपासना का सर्वोत्तम दिन है। इस दिन विधिपूर्वक पूजा करने और नियमों का पालन करने से भगवान शिव की कृपा प्राप्त होती है। सावन सोमवार के व्रत और पूजन से मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है और जीवन में सुख, समृद्धि और शांति का आगमन होता है। भगवान शिव की कृपा से हर कठिनाई सरल हो जाती है और सभी कष्ट दूर हो जाते हैं। इसलिए, सावन सोमवार की पूजा विधि, मुहूर्त, सावधानियां और नियमों का पालन करते हुए भगवान शिव को प्रसन्न करें और उनका आशीर्वाद प्राप्त करें।